इस अवधि में यद्यपि ब्लॉग जगत में आना कम हुआ पर जब भी आना हुआ कुछ नया लेकर गया, कुछ ताजादम हो कर गया। खैर अब नियमित होने की कोशिश करूगा। अगर काम ने मोहलत दी और आलस ने नहीं दबोचा।
भाई सिद्धेश्वर जी का बहुत बहुत आभार । इस लम्बी अनुपस्थिति में आत्मीयता से याद करने के लिए। आप जैसे मित्र मिलना मेरी ब्लागिंग की उपलब्धि है।
इस दौरान पड़ना लिखना कम हुआ पर सुना काफी कुछ। जिस एक ग़ज़ल को बार बार बहुत सुना उसे आप सब को भी सुनवाता हूँ................ एक बार फिर उस्ताद मेहंदी हसन साहब...... क्या गायकी है ... मैं तो बस अभिभूत हूँ............
एक बार फिर सभी दोस्तों को सपरिवार नए वर्ष की मंगल कामनाये।
8 comments:
आपको और आपके परिवार को नव वर्ष मंगलमय हो!
आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें ।
मेंहदी हसन के अप्रतिम स्वर की प्रस्तुति का आभार !
ग़ज़ल तो सुनी ही आपके अपनत्व को भी हृदय से अनुभव किया।
आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, ये वर्ष आपके और आपके परिवार क लिए मंगलमय हो . . .
अच्छी गज़ल सुनाई आपने
नववर्ष मंगलमय हो।
वो हवाख़्वाह-ए-चमन हूं कि चमन में हर सुभ
पहले मैं जाता था और बाद-ए-सबा मेरे बाद
... क्या बात है सिंह साब! बहुत दिनों बाद तशरीफ़ लाए.
नया साल और सुरीला हो सब के लिए. आमीन!
आपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामना
Bahut hi Behatreen gazal....
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